Saturday, 1 August 2020

दोहे ( सहयोग )

होंगे पूरे काम  सब , लेकर जन - सहयोग ।
अपनों का जब संग हो , सफल सभी उद्योग ।।

लोगों के सहयोग से , बनते हैं सब काम ।
बाँधा पुल नल - नील ने , पार हुए श्री राम ।।

नारी है घर की धुरी , देती शुभ संस्कार ।
 स्त्री - पुरूष सहयोग से , चलता घर - संसार  ।।

 अखंडता में  देश की , दें अपना  सहयोग ।
सर्व धर्म समभाव से ,गले मिलें सब लोग ।।

जीव - प्रकृति सहयोग से , सुखी रहे संसार ।
सुंदर तन खुशहाल मन , जग को यह उपहार ।।

स्वरचित - डॉ. दीक्षा चौबे
दुर्ग ,छत्तीसगढ़

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