रिश्वतखोर आर. टी. ओ. साहब की पत्नी अक्सर अपने ऐश्वर्य , वैभव का बखान करते रहती है । उनके पति रिश्वत लेते हैं , इस बात की कोई शर्मिंदगी नहीं..इसे कहते हैं चोरी और सीनाजोरी ।
*****
लगातार दूसरी बार सरपंच के पद पर निर्वाचित उमाबाई ने अपने बेटे को सीमेंट , छड़ की दुकान खुलवा दी है... गाँव की सड़क , पंचायत भवन इत्यादि सरकारी निर्माण कार्यों का ठेका भी दिलवा दिया । छोटा सा घर बंगला बन गया है , बड़ी गाड़ी भी खरीद ली है... और बड़े शान से कहती है मैंने गाँव का विकास कर दिया...इसे कहते हैं चोरी और सीनाजोरी ।
*****
दिन भर के थके मान्दे मंगलू ने आखिरी सवारी को उसके मंजिल तक पहुँचा कर अपना किराया माँगा... दबंग सवारी ने पैसे तो दिए नहीं उल्टे दो हाथ जड़ दिये.. साले रिक्शा चलाने वाले...मुझसे पैसे माँगता है..औकात देखी है अपनी...इसे कहते हैं चोरी और सीनाजोरी ।
****
नेताजी सभाओं में नारी मुक्ति पर खूब भाषण देते हैं ...उनके कल्याण की बड़ी बड़ी बातें करते हैं , पर घर की औरतों को खुलकर बोलने की भी आजादी नहीं देते
...इसे कहते हैं चोरी और सीनाजोरी ।
स्वरचित -- डॉ. दीक्षा चौबे , दुर्ग , छत्तीसगढ़
No comments:
Post a Comment