Monday, 21 January 2019

सरस्वती वंदना

कमल सुआसन पर सज्जित हो ,
मन की कोमल कली खिला दे ।
अपनी करुणा और स्नेह से ,
मन मन्दिर में दीप जला दे ।
हम सबके मन में कल्याणी ,
आज उजाला भर दे ।।
भारत के हर नर - नारी को ,
माता शिक्षित कर दे ।।
अमल - धवल वस्त्रों से शोभित ,
निर्मलता का पाठ पढ़ाती ।
वीणापाणि आपकी वीणा ,
सबको सुख का राग सुनाती ।
जगजननी ! रसना , रचना में ,
स्फूर्ति जागरण भर दे ।।
माँ शारदे यह वर दे ।।
आप सभी को वसन्त पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं।।

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