एक माँ और पत्नी के रूप में महिलाओं की ढेर सारी जिम्मेदारियां होती हैं । घर में सबका ख्याल रखते - रखते वे अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह हो जाती हैं
अक्सर मैं उन्हें यह कहते सुनती हूँ कि उन्हें चक्कर आते हैं , कई बार उठते वक्त सिर घूम जाता है । कमजोरी और रक्ताल्पता की समस्या होती है पर वे इसे नजरअंदाज करते रहते हैं । रमा कमजोरी लगने के कारण बुआ की लड़की की शादी में नहीं जा पाई थी तो रिश्तेदारों की टिप्पणियों थी ऐसी भी क्या बीमारी है कि शादी में नहीं आई । जब उसका उठना बैठना मुश्किल हो गया तब उसने ब्लड टेस्ट कराया तो उसका हीमोग्लोबिन पाँच निकला तब सबको स्थिति की गम्भीरता का एहसास हुआ और उसके आराम का इंतजाम हुआ नहीं तो उसी हालत में वह घर के सारे काम निपटा रही थीं । माहवारी के वक्त अधिक रक्तस्राव होने पर रमा को स्वयं सावधान हो जाना था पर उसने अपने प्रति लापरवाही बरती और पीड़ा झेलती रही । कई महिलाएं का म करते -करते अपने नाश्ते के समय को स्किप कर देती हैं जबकि नाश्ता हमारे आहार का प्रमुख हिस्सा है । पानी पीने के लिए भी महिलाएं ध्यान नहीं देती हैं जबकि वो जानती हैं कि रोज लगभग आठ गिलास पानी पीना सेहत के लिए जरूरी है । काम तो होते रहता है लेकिन समय पर अपने खानपान , उचित आहार ,पोषण , व्यायाम का ध्यान रखना भी अत्यंत आवश्यक है । परिवार के लिए आप की भूमिका महत्वपूर्ण है तो अपने - आपको स्वस्थ बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है ताकि आप अपने घर और परिवार के सदस्यों की उचित देखभाल कर सकें । तो साथियों अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें और परिवार के साथ अपनी देह का भी ध्यान रखें ।
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स्वरचित - डॉ. दीक्षा चौबे , दुर्ग , छत्तीसगढ़
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