यादों से तेरी दिल का चमन आबाद है ।
प्यार की ताकत है त्याग और समर्पण ,
भव्य बना ताज क्योंकि इश्क की बुनियाद है ।
जीना नहीं सिर्फ दिल का धड़कते रहना ,
उम्रदराज़ करती प्रियतम की याद है ।
खुशियों से आबाद रहे सदा तेरा चमन ,
मेरे दिल से निकलती बस यही फरियाद है ।
तूफानों के आगे न झुकेगी ' दीक्षा ' ,
इश्क में इरादे हो जाते फौलाद हैं ।
स्वरचित - डॉ. दीक्षा चौबे
दुर्ग , छत्तीसगढ़
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