Friday, 13 December 2019

देह की देहरी

देह की देहरी पार ना कर सके ।
 दिल से दिल के मिलन की शुभेच्छा करें ।।

 हो सका ना मिलन इस जनम में अगर ।
हम अगले जनम की प्रतीक्षा करें ।।

बातें क्या थीं जो दरमियाँ आ गई ।
कारणों की चलो हम समीक्षा करें ।।

प्यार की परख को और क्या चाहिए ।
धैर्य की आज अपनी परीक्षा करें ।।


स्वरचित - डॉ. दीक्षा चौबे
दुर्ग , छत्तीस

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