Thursday, 23 January 2020

गाथा

भारतीय संस्कृति की गाथा बड़ी पुरानी है ,
वेद और उपनिषद की बातें सबने मानी है ।

 शूरवीर , योद्धाओंने इस धरती पर जन्म लिया ,
राष्ट्र की खातिर मृत्यु का हँसकर वरण किया ।
बैरियों को सबक सिखाने की मन में ठानी है ।

यहाँ अतिथि को देवतुल्य माना जाता है ,
सारा संसार ही अपना कुटुंब कहलाता है ।
घर - घर  पढ़ी जाती रामायण की कहानी है ।

वचन निभाने को राम ने राज सुख छोड़ा ,
धरा की ओर भगीरथ ने गंगा का रुख  मोड़ा ।
लोकहित के लिए दधीचि ने दी  कुर्बानी है ।

राजधर्म को अहिल्या ने बखूबी सम्भाला ,
दुर्गावती ने  शौर्य  से दुश्मन को निकाला ।
अंग्रेजों के छक्के छुड़ाती झाँसी की रानी है ।

 गौतम बुद्ध ने विश्व को शांति का संदेश दिया ,
 गुरुओं ने स्नेह और सौहाद्र का उपदेश दिया ।
गली - गली में गूँजती दादू , कबीर की बानी  है ।

स्वरचित - डॉ. दीक्षा चौबे
दुर्ग , छत्तीसगढ़












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