Tuesday, 7 January 2020

पंचायती राज ( लघुकथा )

पंचायती राज आने से गाँवों का विकास होगा , यही सोचकर गाँधी जी ने इसकी वकालत की थी । उनके विचारों का अनुसरण करके इसे लागू कराया गया । ग्राम - पंचायतों के  चुनाव हुए और जन प्रतिनिधि चुनकर आ गये । जनता बेहाल है , बिना कमीशन दिये किसी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिलता । अलबत्ता सरपंच का घर दो मंजिला हो गया है , दो - तीन  बड़ी गाड़ियाँ भी खरीद ली है ।  सचमुच अब गाँवों में भी विकास दिखने लगा है  ।
स्वरचित - डॉ.  दीक्षा चौबे
दुर्ग , छत्तीसगढ़

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