चला जाता है इंसान ,
रह जाती हैं स्मृतियाँ ।
बना जाता है स्थान ,
मिटा दिलों की दूरियाँ ।
कर्म का अनुष्ठान ,
जीवन की वेदियाँ ।
मीठे बोलों के मंत्र ,
सद्भावों की वादियाँ ।
गूँजित होती यादों में ,
बीते पलों की ध्वनियाँ।
प्रेरित करती आगे बढ़ने को ,
भूल सब दुश्वारियाँ ।
मिटा देता है वक्त ,
जख्मों की निशानियाँ ।
मधुर पलों की सौगातें ,
आँसुओं की रवानियाँ ।
लोग चले जाते हैं ,
अमर हो जाती हैं कहानियाँ ।।
स्वरचित ---- डॉ. दीक्षा चौबे , दुर्ग , छत्तीसगढ़
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