Saturday, 28 March 2020

सजल - 18

समां त - ओला 
पदांत -  है
मात्रा भार - 15
मात्रा पतन - *
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
शबनम नहीं यह शोला है
प्रेम एक आग का गोला है
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
मन मिले तो रूप - रंग क्या
झूठा यह* तन का चोला है
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
नेकी पर दुनिया यह टिकी 
 सन्मार्ग से क्यों डोला है
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
खुशी कहीं है गम कहीं पर
जीवन तो एक हिंडोला है
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
दिल में प्रिय की मूरत बसी 
आँखों  ने  राज खोला  है
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
स्वरचित - डॉ. दीक्षा चौबे
दुर्ग , छत्तीसगढ़









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