आसमान में उड़ते बादलों की तरह भाव मेरे मन में उमड़ते -घुमड़ते रहते हैं , मैं प्यासी धरा की तरह बेचैन रहती हूँ जब तक उन्हें पन्नों में उतार न लूँ !
कुविचारों से न करें मन की गंगा मैली । अपनायें ईमानदारी की जीवन - शैली ।।
जोश , जुनून , कर्मनिष्ठा , ईमानदारी । ये जीवनशैली बनाती अच्छे कर्मचारी ।।
आलस्य से कर्म प्रवाह न करें मैली । अपनायें ईमानदारी की जीवनशैली ।।
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