Sunday, 18 August 2019

ज्ञान का उजाला

तिमिर न रोक सकेगा सूरज  को  निकलना है ।
अशिक्षा को  मिटाने ज्ञानदीप को जलना है ।

कब तक बाँधे रहेंगी ये दकियानूसी रवायतें ,
तोड़कर सब दीवारें बेटी को आगे  बढ़ना है ।

रोक न सकेंगी  उन्हें अंधेरों की आजमाइश ,
लालटेन की रोशनी में भी बेटी को  पढ़ना है ।

शिक्षा ही मिटा सकती जाति - धर्म की दीवारें ,
संकीर्ण मानसिकता के दायरे से निकलना है ।

राह -ए - रौशन करेगा ज्ञान का उजाला "दीक्षा "
परवरिश बेटियों की इसी सोच से करना है ।

स्वरचित - डॉ. दीक्षा चौबे
दुर्ग , छत्तीसगढ़

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