A chat story
"सुनो "
" कहो "
" अब हमारे बीच कोई नहीं आयेगा "
" हाँ , बिल्कुल "
" फिर तुम्हारी माँ क्यों बीच में आ जाती है हर बार "
" क्योंकि माँ ' कोई ' नहीं है
" मेरी हो या तुम्हारी माँ को माँ ही रहने दो ' कोई ' मत बनाओ "❤️❤️
डॉ. दीक्षा चौबे
दुर्ग , छत्तीसगढ़
No comments:
Post a Comment