सूरज संग उगता व ढलता रहा ,
जिंदगी के हर दौर में ,
वक्त साथ चलता रहा ।
तन्हाई कभी महफ़िल ,
दर - बदर भटकता रहा ।
बुरे - भले वक्त में ,
इंसान रंग बदलता रहा ।
अपने और पराये की ,
पहचान कराता रहा ।
सही और गलत का ,
फर्क समझाता रहा ।
जिंदगी की राह में ,
साथी बदलता रहा ।
रुक गया कारवां ,
वक्त साथ चलता रहा ।
दीक्षा
Very true
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