Sunday, 19 July 2020

सजल

सजल
समांत - आम
पदांत -  वाले हैं
मात्राभार - 25
**†********†*******†******†*******†*******

कुछ न उन्हें  कहना  वे बड़े नाम वाले हैं
                  साथ  उनके  रहना वे बड़े काम वाले हैं

बेदाग ही रहे  वे काजल की कोठरी में
                     आता है  उन्हें बचना  बड़े दाम वाले हैं

काँटे  में फँसती हैं मछलियाँ  छोटी - छोटी
                     मगरमच्छ तो बड़े  ही इंतजाम वाले हैं

 झूठ को सच बनाना आसान नहीं इतना
                   यह दावा जो करते बड़े मुकाम वाले हैं

 गोष्ठियों में जाकर वे करते हैं  बड़ी बातें
                   काम इन के सारे बुरे अंजाम वाले  हैं 

स्वरचित - डॉ. दीक्षा चौबे
दुर्ग , छत्तीसगढ़
******†******†*****†*******†******†*****


No comments:

Post a Comment