Tuesday, 14 July 2020

संवेदना ( लघुकथा )

 संवेदना (लघुकथा )
           रीता अपनी सहेली रमा के पति की मृत्यु के पश्चात उससे मिलने उसके घर संवेदना प्रकट करने गई थी । वहाँ शोकाकुल वातावरण था , रमा खामोश बैठी हुई थी । रमा का पति एक नम्बर का अय्याश , शराबी और बदमिजाज इंसान था । उससे हमेशा मारपीट करता , रमा की कमाई छीनकर शराब में उड़ा देता । रीता कभी रमा के पति की निर्जीव देह की ओर देखती कभी रमा के निर्विकार , सुकून भरे चेहरे को । वह चुपचाप वहाँ से उठकर चली आई ...उसे समझ ही नहीं आया कि वह रमा के सामने संवेदना प्रकट करे या उसे उसके जीवन की समस्त तकलीफों से मुक्त होने की बधाई दे ।
स्वरचित - डॉ. दीक्षा चौबे
दुर्ग ,छत्तीसगढ़  

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