इसमें बैठने की पूरी तैयारी रखो ।
चलना नहीं आसान फिर भी सफर जारी रखो ।
अंधेरों ने हमें हरदम डराया है ,
इनसे लड़ना जुगनुओं ने सिखाया है ।
सिर्फ ताकत नहीं हौसला जरूरी है ,
नन्हें से दिये ने यह पाठ पढ़ाया है ।
कमजोरियों को हरा दाँव एक भारी रखो ।
चलना नहीं आसान फिर भी सफर जारी रखो ।।
असफलता ,निराशा बार - बार तुम्हें घेरेंगे,
आगे बढ़ने के अवसर अक्सर मुँह फेरेंगे ।
आड़े आयेंगी तेरे आगे हजारों चुनौतियाँ ,
बाधाएँ मन में अविश्वास के भाव भरेंगे ।
लड़ना है इनसे डटकर उम्मीद सारी रखो ।
चलना नहीं आसान फिर भी सफर जारी रखो ।।
डॉ. दीक्षा चौबे , दुर्ग ,छत्तीसगढ़
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